कुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत है - The Indic Lyrics Database

कुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत है

गीतकार - तसलीम फ़ाज़्लिक | गायक - नूरजहां | संगीत - एम अशरफ | फ़िल्म - फूल और शोले (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1985

View in Roman

ख़ुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत है -३
ये ऐसा ख़ाब है
ये ऐसा ख़ाब है जिस ख़ाब की ताबीर जन्नत है
ख़ुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत है
ये ऐसा ख़ाब है जिस ख़ाब की ताबीर जन्नत है
ख़ुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत हैफ़रिश्ते प्यार कर सकते तो फिर इन्सान क्यूँ आते -२
न ये दुनिया बनी होती न तारे रोशनी पाते
ज़माने की हर एक शै को मुहब्बत की ज़रूरत हैख़ुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत है
ये ऐसा ख़ाब है
ये ऐसा ख़ाब है जिस ख़ाब की ताबीर जन्नत है
ख़ुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत हैमुहब्बत फूल है ख़ुश्बू है दरिया की रवानी है -२
हर एक जज़्बा अदूरा है हर एक शै आनी जानी है
क़यामत तक रहेगी जो मुहब्बत वो हक़ीक़त हैख़ुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत है
ये ऐसा ख़ाब है
ये ऐसा ख़ाब है जिस ख़ाब की ताबीर जन्नत है
ख़ुदा खुद प्यार करता है मुहब्बत एक इबादत है