हर टुकड़ा मेरे दिल का देता है दुहाई - The Indic Lyrics Database

हर टुकड़ा मेरे दिल का देता है दुहाई

गीतकार - कश्मिरी | गायक - आशा भोसले | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - ये रात फिर ना आएगी | वर्ष - 1965

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हर टुकड़ा मेरे दिल का देता है दुहाई
दिल टूट गया आपको आवाज ना आई
मंज़िल को तरसते हैं और सामने मंज़िल है
कहना ही पड़ा हमको किस्मत बड़ी कातिल है
छुप छुपके मेरे हाल पे रोती है खुदाई
दिल टूट गया आपको आवाज़ ना आई
क्या दोष हमारा था हम ये ना समझ पाए
दुनिया तेरी महफ़िल में हम आए तो क्यों आए
अब कितने जनम और जलाएगी जुदाई
दिल टूट गया आपको आवाज़ ना आई
रोका है ज़माने ने हर बार मिलन अपना
कब नींद से जागोगे, कब टूटेगा ये सपना
जागे ना अगर आप तो जागेगी तबाही
दिल टूट गया आपको आवाज़ ना आई