प्यार जब ना दिया जिंदगी ने कभी: - The Indic Lyrics Database

प्यार जब ना दिया जिंदगी ने कभी:

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - सीतामगर | वर्ष - 1985

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प्यार जब ना दिया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगीजुर्म की है सज़ा, ये तो जानें सभी
कोई मुजरिम क्यूँ बना ये नहीं मानें कभी
साथ जब ना दिया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगीदाग़ लगता रहे, फिर भी जीना पड़े
ज़िल्लतों रुसवाइयों का ज़हर भी पीना पड़े
रहम जब ना किया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगीवो तो कहता रहा, ज़िंदगी के लिये
एक मुहबात के सिवा कुछ न मुझको चाहिये
प्यार जब ना दिया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगी