मस्त हवाओं पुरुषों ठंडी थांडी छांव में - The Indic Lyrics Database

मस्त हवाओं पुरुषों ठंडी थांडी छांव में

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सुरैया | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - खिलाड़ी | वर्ष - 1950

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( मस्त हवाओं में ठ्ण्डी-ठण्डी छाँव में
मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँ
होय मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँ ) -२कभी कहे तू ले चल मुझे वहाँ निस की जवानी हो -२
न हो सुबह न शाम

जहाँ निस की रात सुहानी हो -२
जहां मैं हूँ वो हों और तारों की टोलियाँमेरा दिल
मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँ
होय मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँमस्त हवाओं में ठ्ण्डी-ठण्डी छाँव में
मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँ
होय मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँजिया कहे पिया को ले के छुप-छुप जायेंगे
काले-काले बादलों की ओट -२
होंठ की दुनिया से दूर-दूर हाय रे
जहाँ दिल वाले पड़े हैं मजबूर
हाय रे
जहाँ दिल वाले पड़े हैं मजबूर
फिर जनम-जनम की प्यास मिटेगी -२
भर लेंगे हम दोनों दिल की झोलियाँमेरा दिल
मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँ
होय मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँमस्त हवाओं में ठ्ण्डी-ठण्डी छाँव में
मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँ
होय मेरा दिल बोले अनोखी बोलियाँ