किसी दिन बनुँगी मैं राजा की रानी जरा फिर से कहना - The Indic Lyrics Database

किसी दिन बनुँगी मैं राजा की रानी जरा फिर से कहना

गीतकार - समीर | गायक - अलका याज्ञनिक, उदित नारायण | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - राजा: | वर्ष - 1995

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किसी दिन बनूंगी मैं राजा की रानी
ज़रा फिर से कहना
बड़ी दिलरुबा है ये सारी कहानी
ज़रा फिर से कहना
अभी तो मिले हो अभी तुम न जाना
कि दिल बन गया है तुम्हारा दीवाना
हो ज़रा फिर से कहना
किसी दिन बनूंगी ...झुकी झुकी नज़र तेरी कमाल कर गई
उठी जो एक बार सौ सवाल कर गई
मेरी जवान धड़कनों में तेरी प्यास थी
लगा ये तुझको देखके तेरी तलाश थी
तस्वीर तेरी दिलबर मैं दिल में उतारूंगा
उलझे उलझे तेरे गेसुओं को संवारूंगा
ज़रा फिर से कहना
किसी दिन बनेगी तू राजा की रानी
ज़रा फिर से ...अभी तो मिले हो अभी तुम न जाना
कि मैं बन गया हूँ तुम्हारा दीवानातू फूल है चमन का मैं कली बहार की
मेरे लबों पे लिख दे दास्तान प्यार की
तू इश्क़ की जुबान हुस्न का बयान है
तू जां नशीं जान-ए-जां तू मेरी जां है
तारीफ़ न कर इतनी मैं होश गंवा बैठूं
ऐसा न हो चाहत में दुनिया भुला बैठूं
ज़रा फिर से ...