कोई प्रीत की रीत बता दो हमें - The Indic Lyrics Database

कोई प्रीत की रीत बता दो हमें

गीतकार - | गायक - महिला आवाज?, के एल सहगल, पहाड़ी सान्याल | संगीत - मिहिर किरण भट्टाचार्य | फ़िल्म - कारवां-ए-हयात | वर्ष - 1935

View in Roman

कोई प्रीत की रीत बता दो हमें
कोई मन का मीत मिला दो हमें
कोई ऐसा गीत सुना दो हमें
खिल जाये दिल से दिल की कली -२बनवासी मीत कहाँ जाने
परदेसी प्रीत कहाँ जाने
हम ऐसा गीत कहाँ जाने -२
खिल जाये दिल से दिल की कली -२
यहाँ दिल की कली कबही न खिली -२ये सब शहरों के धन्दे हैं
ये हिर्स-ओ-हवस के फन्दे हैं
हम तो सैलानी बन्दे हैं
हम प्रीत की रीत कहाँ जाने -२( दिल जंगल ही में बहलता है
यहाँ होँठों पे गीत मचलता है ) -२
यहाँ प्रेम का सागर चलता है -२( हमें प्रीत की रीत बता दे कोई
हमें ऐसा गीत सुना दे कोई ) -२
खिल जाये दिल से दिल की कली -२
यहाँ दिल की कली तो कभी ना खिली -२