मेरे हाथ में तेरा हाथ हो - The Indic Lyrics Database

मेरे हाथ में तेरा हाथ हो

गीतकार - प्रसून जोशी | गायक - सुनिधी चौहान - सोनू निगम | संगीत - जतिन - ललित | फ़िल्म - फना | वर्ष - 2006

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मेरे हाथ में तेरा हाथ हो, सारी जन्नते मेरे साथ हो
तू जो पास हो फिर क्या ये जहां, तेरे प्यार में हो जाऊँ फ़ना
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाए
तेरे इश्क में मेरी जां फ़ना हो जाए
जितने पास है खुशबू साँस के जितने पास होठों के सरगम
जैसे साथ है करवट याद के जैसे साथ बाहों के संगम
जितने पास पास ख्वाबों के नजर उतने पास तू रहना हमसफ़र
रोने दे आज हमको तू आँखे सुजाने दे
बाहों में ले ले और खुद को भीग जाने दे
है जो सीने में कैद दर्या वो छुट जाएगा
है इतना दर्द के तेरा दामन भीग जायेगा
जितने पास पास धड़कन के है राज़ जितने पास बूंदों के बादल
जैसे साथ साथ चंदा के है रात जितने पास नैनों के काजल
जितने पास पास सागर के लहर उतने पास तू रहना हमसफ़र
अधूरी सांस थी, धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम
मगर अब चाँद पूरा है फलक पे, और अब पूरे हैं हम