पी के जब शुक्र का सजदा किया मयखाने में - The Indic Lyrics Database

पी के जब शुक्र का सजदा किया मयखाने में

गीतकार - | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - गुलाम अली के सर्वश्रेष्ठ (गैर-फ़िल्म) | वर्ष - 1990

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पी के जब शुक्र का सजदा किया मयख़ाने में
बेतलब आ गई मय फिर मेरे पैमाने मेंये तग़-ओ-दौ ये तलालुम ये तड़प कर गिरना
वो कहाँ शम्मा में जो आग है परवाने मेंइक धड़कता हुआ दिल एक छलकता हुआ जाम
यही ले आते हैं मयनोश को मयख़ाने मेंदिल-ए-बे-सब्र को बे-वक़्त क़फ़स की सूझी
हुये दो चार ही दिन होंगे बहार आने में