तारोन भरी रात है पर तू नहीं - The Indic Lyrics Database

तारोन भरी रात है पर तू नहीं

गीतकार - | गायक - मोहम्मद रफ़ी, सुरैया | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - काजल | वर्ष - 1948

View in Roman

र : तारों भरी रात है पर तू नहीं -२
ये ज़िंदगी क्या है -२
तुम कहीं हम कहीं
तारों भरी रात है पर तू नहींसु : ( मन का पंछी बोल उठा है
बोल बलम तेरे दिल में क्या है बोल बलम ) -२
र : मेरे दिल की बात न पूछो -२
हाय कहीं लगता नहींसु : तुम कहीं हम कहीं
तारों भरी रात है पर तू नहींर : ( थोड़ी-थोड़ी देर में जी भर-भर आये है
सु : अपनी लगी के सब जग गुन गाये है ) -२
मेरे दिल की बात तो पूछो -२
र : हाय कहीं लगता नहींसु : तुम कहीं हम कहीं
दो : तारों भरी रात है पर तू नहीं
ये ज़िंदगी क्या है -२
तुम कहीं हम कहीं
तारों भरी रात है पर तू नहीं