ठंडाई थंडी हवा खाने राजा जानी प्यारे चोर हमरे - The Indic Lyrics Database

ठंडाई थंडी हवा खाने राजा जानी प्यारे चोर हमरे

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - भाई भाई | वर्ष - 1956

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लता: ठंडी ठंडी हवा खाने राजा गया गांव में
जाते जाते मुई सुई चुभ गयी पांव में
राजा ने वज़ीर भेजा रानी दौड़ी आई
राजा की सवारी को काली घोडी लाई
हो आगे आगे बैठा राजा पीछे बैठी रानी
रानी ने सुनाई आके मुन्ने को कहानी
राजा जानी प्यारे चोर हमारे लुक छुप लुक छुप जाना
चाहे कोई जीते चाहे कोई हारे लुक छुप लुक छुप जानाको : राजा जानी प्यारे चोर हमारे लुक छुप लुक छुप जानाको: आऽअ
लता:(धूप बनी बेबी तो बाबा बना साया
धूप के पीछे देखो साया दौड़ा आया) २
दौड़ा आया दौड़ा आया
को:देखो आया आया आया
ल:हो दुनिया से न्यारे खेल हमारे लुक छुप लुक छुप जाना
को: राजा जानी प्यारे चोर हमारे लुक छुप लुक छुप जानाल:फूल से इक दिन बुलबुल बोली आजा खेलें आँख मिचौली
को:आ ऽऽ
ल:फूल ये कहने लगा तू उड जाएगी हाथ न आएगी
घूम के डाली डाली गीत ये गाएगी
हो राजा जानी प्यारे चोर हमारे लुक छुप लुक छुप जाना
को:चाहे कोई जीते चाहे कोई हारे लुक छुप लुक छुप जानाल: (बदली के पीछे जो छुप गया तारा
ढूँढ ढूँढ हारा चंदा मामा बेचारा) २
देखो हारा हारा हारा
को: चंदा मामा बेचारा
ल:हो पीछे पीछे चंदा आगे आगे तारे लुक छुप लुक छुप जाना
राजा जानी प्यारे चोर हमारे लुक छुप लुक छुप जाना
को:चाहे कोई जीते चाहे कोई हारे लुक छुप लुक छुप जाना