दिल को लगाके हमने, कुछ भी ना पाया चैन गवाया - The Indic Lyrics Database

दिल को लगाके हमने, कुछ भी ना पाया चैन गवाया

गीतकार - शकील | गायक - उमा देवी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - अनोखी अदा | वर्ष - 1948

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गीता: दिल यूँ यूँ करता है

दिल यूँ यूँ करता है

हाए के दिल यूँ यूँ करता है

अजी के दिल यूँ यूँ करता है

अरमान हैं मिलने के

अरमान हैं मिलने के

और मिलने से डरता है

और मिलने से डरता है

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

हाए के दिल यूँ यूँ करता है

दुर्रानी:

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

दिल यूँ यूँ करता है

बलम के संवरने से

बलम के संवरने से

ये और बिगड़ता है

ये और बिगड़ता है

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

अजी के दिल यूँ यूँ करता है

गीता:

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

हाए के दिल यूँ यूँ करता है

मर मर ये जीता है

मर मर ये जीता है

जी जी के ये मर्ता है

जी जी के ये मर्ता है

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

हाए के दिल यूँ यूँ करता है

दुर्रानी:

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

दिल यूँ यूँ करता है

साथी मेरी ख़ुशियों का

साथी मेरी ख़ुशियों का

लो आज बिछड़ता है

लो आज बिछड़ता है

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

अजी यूँ यूँ करता है

गीता:

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

हाए के दिल यूँ यूँ करता है

ये दर्द अनोखा है

ये दर्द अनोखा है

कम होने से बढ़ता है

कम होने से बढ़ता है

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

अजी के यूँ यूँ करता है

अरमान हैं मिलने के

अरमान हैं मिलने के

और मिलने से डरता है

और मिलने से डरता है

दिल यूँ यूँ

दिल यूँ यूँ करता है

अजी यूँ यूँ करता है