एक दिन हँसाना एक दिन रुलाना - The Indic Lyrics Database

एक दिन हँसाना एक दिन रुलाना

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - बेनाम | वर्ष - 1974

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एक दिन हँसाना एक दिन रुलाना
जीवन की रीत पुरानी
फिर तेरी पलकें काहे को छलकें
सो जा रे नींद सुहानी
सनन सनन पवन कहे सो जा मिलेगा
तुझको कोई नया खिलौना
मगन मगन सपन में गुम हो जा मिलेगा
दूजा साथी कोई सलोना
दिन कल का नया दिन होगा
फिर कैसी ये परेशानी
निकलेंगे अभी बहोत जिया के अरमान
जीवन सारा अभी पड़ा है
टुकुर टुकुर नयन लिए न हो रे हैरान
ऊपरवाला बहोत बड़ा है
फिर काहे तू पड़ा जागे
अँखियों में लिए पानी