नैनों में प्रीत है होंठों पे गीत है - The Indic Lyrics Database

नैनों में प्रीत है होंठों पे गीत है

गीतकार - शकील | गायक - सुरैया | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - दास्तान | वर्ष - 1950

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( नैनों में प्रीत है होंठों पे गीत है
मैं तेरी तू मेरा बालम तेरी-मेरी जीत है )

( दुनिया मेरी तेरे दम से
मैं हूँ तेरी जनम-जनम से )
दिल को है मेरे तेरा सहारा
तू ही मेरा मीत है
मीत है
मैं तेरी तू मेरा बालम तेरी-मेरी जीत है
नैनों में प्रीत है होंठों पे गीत है
मैं तेरी तू मेरा बालम तेरी-मेरी जीत है
( अंखियाँ देखें तेरा सपना
तुझ बिन साजन कोई ना अपना )
आवो जी मिल कर तोड़ दें हम-तुम
दुनिया की जो रीत है
रीत है
मैं तेरी तू मेरा बालम तेरी-मेरी जीत है
नैनों में प्रीत है होंठों पे गीत है
मैं तेरी तू मेरा बालम तेरी-मेरी जीत है