दिल की दुनिया उजड़ गयी - The Indic Lyrics Database

दिल की दुनिया उजड़ गयी

गीतकार - शकील | गायक - सुरैया | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - शायर | वर्ष - 1949

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दिल तड़प कर रह गया

दिल तड़प कर रह गया

दिल तड़प कर रह गया हसरत मचल कर रह गई

रह गई

देखते ही देखते दुनिया बदल कर रह गई

दिल तड़प कर रह गया हसरत मचल कर रह गई

रह गई

दिल की बरबादी पे हम आँसू बहा कर रह गये

अपनी मजबूरी पे क़िसमत हाथ मल कर रह गई

दिल तड़प कर रह गया हसरत मचल कर रह गई

रह गई

अब ख़ुशी कैसी लबों पर मुसकराहट अब कहाँ

ज़िन्दगानी दर्द के

ज़िन्दगानी दर्द के साँचे में ढल कर रह गई

दिल तड़प कर रह गया हसरत मचल कर रह गई

रह गई