पूछो ना यार क्या हुआ, दिल का करार क्या हुआ - The Indic Lyrics Database

पूछो ना यार क्या हुआ, दिल का करार क्या हुआ

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा - रफी | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - जमाने को दिखाना है | वर्ष - 1982

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पूछो ना यार क्या हुआ
दिल का करार क्या हुआ
तुम पे तो हम मर मिटे हैं, अभी से
जाने हमारा आगे क्या होगा
हम को मिल गई दुनिया प्यार की
माना हो गए, तुम मेरे अपने
फिर भी ये सवाल, दिल में ये ख़याल
ना हो ये कहीं, दूर के सपने
ये अब के बार क्या हुआ, दिल का करार क्या हुआ
अपने पास क्या, अरमां के सिवा
यूँ तो मैं तुम्हे और क्या दूंगी
जो भी है मेरा, मैं और मेरा प्यार
तुम पे एक बार, सब लूटा दूंगी
चाहोगे तो मैं, देखूंगी तुम्हे
कह दोगे तो फिर, सर झुका लूंगी
हाय दिलदार क्या हुआ, दिल का करार क्या हुआ
छोडो जाने जां, तुम भी हो कहाँ
घबराते नहीं हम जमाने से
देखो तो इधर, किसका है जिगर
उलझे आपके इस दीवाने से
उलझे हजार क्या हुआ
ऐ मेरे प्यार क्या हुआ
अपनी खुशी होगी, ये ज़िन्दगी होगी
इसके सिवा और आगे क्या होगा