ऐ काश के हम होश में अब आने ना पाए - The Indic Lyrics Database

ऐ काश के हम होश में अब आने ना पाए

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कुमार सानू | संगीत - जतिन - ललित | फ़िल्म - कभी हां कभी ना | वर्ष - 1994

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ऐ काश के हम होश में अब आने ना पाये
बस नग्में तेरे प्यार के गाते ही जाये
खिलती, महकती ये ज़ुल्फों की शाम
हँसते, खनकते ये होठों के जाम
आ झूम के साथ उठाये, बस नग्में तेरे प्यार के ..
हो बस अगर तुम हमारे सनम
हम तो सितारों पे रख दे कदम
सारा जहां भूल जाये, बस नग्में तेरे प्यार के ..