मेरे भैया मेरे चंदा, मेरे अनमोल रतन - The Indic Lyrics Database

मेरे भैया मेरे चंदा, मेरे अनमोल रतन

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा भोसले | संगीत - रवि | फ़िल्म - काजल | वर्ष - 1965

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मेरे भैया, मेरे चंदा, मेरे अनमोल रतन
तेरे बदले मैं ज़माने की कोई चीज़ न लूँ
तेरी साँसों की कसम खाके हवा चलती है
तेरे चेहरे की झलक पाके बहार आती है
एक पल भी मेरी नज़रों से जो तू ओझल हो
हर तरफ मेरी नज़र तुझको पुकार आती है
तेरे सेहरे की महकती हुई लड़ियों के लिए
अनगिनत फूल उम्मीदों के चुने हैं मैने
वो भी दिन आए कि उन ख़्वाबो की ताबीर मिलें
तेरी ख़ातिर जो हसीं ख़्वाब बुने हैं मैने