पूछ रहें हैं पूछनेवाले - The Indic Lyrics Database

पूछ रहें हैं पूछनेवाले

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - उमराव जान | वर्ष - 2006

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आरजू थी हमें इतना ज़हे-क़िस्मत मिल जाए
सारी दुनिया में किसीसे तो मोहब्बत मिल जाए
जीते-जी पाया न कुछ हमने जमाने वालों
अब जनाज़े को तो रुख़सत की इज़ाजत मिल जाए
पूछ रहें हैं पूछनेवाले
लेकिन हम बतलाए क्या
दाग ये दिलने पाए है कैसे
उनको हम समझाए क्या
कितने दाग हैं इस दामन में
कितने दाग हैं माथेपर
जो हमको अपना सकते थे
सच हैं हमें अपनाए क्या
जो अपनों की बस्ती थी
अब नगरी है बेगानों की
कौन यहाँ है सुननेवाला
दिल की बात सुनाए क्या
पत्थर अब क्या फेंक रहे हो
हम पहले से ही ज़ख़्मी हैं
दिल पर कितने ज़ख़्म लगे हैं
छोडो तुम्हें गिनवाए क्या