शोर न करना गुलशन में - The Indic Lyrics Database

शोर न करना गुलशन में

गीतकार - शम्स लखनविक | गायक - मोती, नूरजहां | संगीत - | फ़िल्म - दिल | वर्ष - 1946

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सोए हुए हैं चाँद और तारे

सोए हुए हैं चाँद और तारे

आज की रात अँधियारी

तुम बैठी हो पास हमरे

सोई है फुलवारी

जिन आँखों में लाज भरी थी

वो भी है मतवारी

अब तो इतना कह दो प्यारी

मैं हूँ तुम्हरी

इक दूजे को पा के हम तुम

बहुत मिले शरमा के हम तुम

यूँ ही रहे तो रह जाएँगी

मन की बातें मन में सारी

अब तो इतना कहदो प्यारी

मैं हूँ तुम्हरी

ये रुत तुमको तड़पाएगी

फिर ये रात नहीं आएगी

प्रेम मिलन की इन घड़ियोँ पर

लाख बहारें वारी

अब तो इतना कहदो प्यारी

मैं हूँ तुम्हरी