आप की आंखों में कुछ महके हुए से राज है - The Indic Lyrics Database

आप की आंखों में कुछ महके हुए से राज है

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर, किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - घर | वर्ष - 1978

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किशोर: आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ है
आपसे भी खूबसूरत आपके अंदाज़ हैं
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैलब हिले तो मोगरे के फूल खिलते हैं कहीं -२
आप की आँखों में क्या साहिल भी मिलते हैं कहीं
आप की खामोशियाँ भी आप की आवाज़ हैंलता: आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ है
आप से भी खूबसूरत आपके अंदाज़ हैं
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैआप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं -२
बेवजह तारिफ़ करना आप की आदत तो नहीं
आप की बदमाशियों के ये नये अंदाज़ हैं
किशोर: आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ है
लता: आप से भी खूबसूरत आपके अंदाज़ हैं
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ है