क़दम बढ़ाए जा न डर - The Indic Lyrics Database

क़दम बढ़ाए जा न डर

गीतकार - एहसान रिज़वी | गायक - रफी | संगीत - नशद | फ़िल्म - बड़ा भाई | वर्ष - 1957

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क़दम बढ़ाए जा न डर क़दम बढ़ाए जा
है पाँव तले तेरे ज़मीं जग पे छाए जा
ये ज़िन्दगी की धूप-छाँव क्या डराएगी
जले हुए चमन में खुद बहार आएगी
मुसीबतें तो आएँगी तू मुस्कराए जा
क़दम बढ़ाए जा
अलग न चल साथियों से क़दम मिला के चल
अँधेरा छाया हो जहाँ दिए बन के जल
नई ज़मीं पे आसमाँ नया बनाए जा
क़दम बढ़ाए जा