ऐ ग़म-ए-यार बता कैसे जिया करते हैं - The Indic Lyrics Database

ऐ ग़म-ए-यार बता कैसे जिया करते हैं

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - महेंद्र कपूर | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - एक नज़र | वर्ष - 1972

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ऐ ग़म-ए-यार बता कैसे जिया करते हैं
जिनकी तक़दीर बिगड़ जाती है क्या करते हैं
ऐसी एक राह पे जिससे वो न गुजरेंगे कभी
यूँ ही बैठे हुए हम राह तका करते हैं
हम जो थे अहल-ए-वफ़ा हमसे वफ़ा भी न हुई
दर्द-ए-दिल हम तेरा किस मुंह से गिला करते हैं
जब नहीं तुम ही तो फिर रात के सन्नाटे में
कौन है किसको हम आवाज़ दिया करते हैं