शबनम क्यूँ नीर बहाये - The Indic Lyrics Database

शबनम क्यूँ नीर बहाये

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - NA | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - इशारा | वर्ष - 1943

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सीने पे मेरे बर्क़ गिरा कर चले गये -2
मासूम दिल में आग लगा कर
मासूम दिल में आग लगा कर चले गये
चले गये
सीने पे मेरे बर्क़ गिरा कर चले गये
सीने पे मेरे

वाये नसीब आये भी तो ग़ैर की तरह -2
मैं जल रही थी और जला कर
मैं जल रही थी और जला कर चले गये

सीने पे मेरे बर्क़ गिरा कर चले गये
सीने पे मेरे

( आने का था मज़ा के वो जाते न फिर कभी
जाते न फिर कभी ) -2
किस काम के वो आये जो आ कर चले गये

सीने पे मेरे बर्क़ गिरा कर चले गये
सीने पे मेरे