जूही की कली मेरी लाडली - The Indic Lyrics Database

जूही की कली मेरी लाडली

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - सुमन कल्याणपुर | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - दिल एक मंदिर | वर्ष - 1963

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जूही की कली मेरी लाडली
नाजों की पली मेरी लाडली
ओ आसकिरन जुग जुग तू जिए
नन्हीसी परी मेरी लाडली, ओ मेरी लाडली
धरती पे उतर आया चन्दा, तेरा चेहरा बना
चंपे का सलोना गुलदस्ता, तन तेरा बना
कोमल तितली मेरी लाडली
हीरे की कनी मेरी लाडली, ओ आसकिरन ...
शरमाये दिवाली तारोंकी तेरे नैनोंसे
कोयल ने चुराई है पंचम तेरे बैनोसे
गुडीया सी ढली मेरी लाडली
मोहे लागे भली मेरी लाडली, ओ आसकिरन ...
हर बोल तेरा सिखलाये हमें दुःख से लड़ना
मुस्कान तेरी कहती है सदा धीरज धरना
गंगा की लहर मेरी लाडली
चंचल सागर मेरी लाडली, ओ आसकिरन ...