जय हो राधेश्याम की ii है बम्बई नगरिया - The Indic Lyrics Database

जय हो राधेश्याम की ii है बम्बई नगरिया

गीतकार - अंजान | गायक - किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - डॉन | वर्ष - 1978

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जय हो राधेश्याम की जय हो सियाराम की
और जय हो बम्बईधाम कीई हे ई है ई है बम्बई नगरिया तू देख बबूआ -२
सोने-चाँदी की डगरिया तू देख बबूआ
( जादू-टोने की बजरिया में ) -२ माया की नगरिया में
बदले झटपट बदले मुक़द्दर का लेख बबूआ
ई है बम्बई नगरिया ...ओ देखो दूर-दूर से -२ लोग दूर-दूर से
इहाँ आते हैं दाँव लगाने -२
देस-गाँव छोड़ के प्रीत-प्यार तोड़ के ( सोया-सोया नसीबा जगाने ) -२
( अरे अपना क्या होगा ) -२ होगा सो होगा
पासा हमने दिया है फेंक बबूआ
ई है बम्बई नगरिया ...( ओ कोई मालामाल है ) -२ कोई तंगहाल है
ज़िन्दगी है इहाँ की निराली -२
माल कितना भरा फिर भी देखो ज़रा
इहाँ हर आदमी है सवाली -२
बिगड़ी बना ले अरे बिगड़ी बना ले
तू cashकरवा ले अपने मुक़द्दर का chequeबबूआ
ई है बम्बई नगरिया ...ये शहरों में शहर है शहर बम्बईवा अरे वाह-वाह बम्बईवा
ये बात सभी उल्टी फिर भी वाह रे बम्बईया -२
बिन पानी का धोबी तालाब देखो देखो
इहाँ रेती पे पानी का भाव देखो देखो
घोड़ों पे करोड़ों का दाँव देखो
हसीनों से सभी का लगाव देखो
कोई बंदर नहीं है फिर भी नाम बान्द्रा
chrchका gateहै ( churchहै लापता ) -३
अजब है ये रंग अनोखा है ढंग नई है तरंग नई है उमंग
कोई कंजूस है कोई है मलंग
मची है यहाँ देखो आपस में जंग आहा ( आपस में जंग ) -२
दे घुमा के अरे समुन्दर में जैसे है घुल गई भंग
ये रंग देख के मैं हो गया दंग
तो क्या समझे
ई है बम्बई नगरिया ...