ज़िंदगी का साज़ भी क्या साज़ हैं - The Indic Lyrics Database

ज़िंदगी का साज़ भी क्या साज़ हैं

गीतकार - कमाल अमरोही | गायक - नसीम बानो | संगीत - मीर साहब | फ़िल्म - पुकार | वर्ष - 1939

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ज़िन्दगी का साज़ भी क्या साज़ है
बज रहा है और बेआवाज़ हैकोई नगमा है न कोई साज़ है -२
एक तेरी और एक मेरी आवाज़ है -२ज़िन्दगी का साज़ भी क्या साज़ है
बज रहा है और बेआवाज़ है -२लय न टूटे ज़िन्दगी के साज़ की -२
ज़िन्दगी आवाज़ ही आवाज़ है -२ज़िन्दगी का साज़ भी क्या साज़ है
बज रहा है और बेआवाज़ है