जय माता दी हे अंबे बलिहारी - The Indic Lyrics Database

जय माता दी हे अंबे बलिहारी

गीतकार - देव कोहली | गायक - सहगान, सुखविंदर सिंह, संजीवनी | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - | वर्ष - 1999

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जय माता दी जय माता दी
हे अम्बे बलिहारी लगे सबको तू प्यारी
तेरी शेरों की सवारी देखें सब नर नारी
हे अम्बे बलिहारी ...अष्ट भुजाएं वेष अनोखा खडग तेग है तेरी शोभा
तेरे जैसा कोई न होगा माँ अब आँखें खोल
जय माता दी जय माता दी जय माता दी बोलहे माता कोहराम मचा है कठिन घड़ी है
जगदम्बे तू जाग के मुश्किल आन पड़ी है
फूंक के अपना देश आग जो सेंक रहे हैं
कर उनका संहार वतन जो बेच रहे हैं
कई शु.म्भ निशु.म्भ मारे तूने कई दैत्य यहां जन्मे हैं फिर से
माँ अम्बे त्रिशूल तो ले तू उनपे बिजली बनके गिर
अष्ट भुजाएं ...करे भरोसा कोई यहां पे किस व्यक्ति का
लोग यहां पे ढोंग रचाते हैं भक्ति का
ये सारी धरती माता दरबार है तेरा
इस धरती पे लगा हुआ है पाप का डेरा
हे शक्ति माँ खप्पर वाली है अमर अजेय अखंड रूप
हे जगदम्बे हे महाकाली फिर धार ले तू प्रचंड रूप
अष्ट भुजाएं ...