सपेरा बीन बजायो रे तू तो म्हारे गली में आयो रे - The Indic Lyrics Database

सपेरा बीन बजायो रे तू तो म्हारे गली में आयो रे

गीतकार - वाली साहब | गायक - गीता, अशोक कुमार | संगीत - ग़ुलाम हैदर | फ़िल्म - पद्मिनी | वर्ष - 1948

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शोर न करना गुलशन में

मोती:

शोर न करना गुलशन में

आँख न खुल जाए

फिर दिल को न तड़पाए

कुछ देर तो नीन्द आए

शोर न करना गुलशन में

ये तारों भरी चाँदनी रातें

नीन्द में हैं प्यार की बातें

शोख़ी भरी है नैनन में

भँवरे, शोर न करना

तेरी घुनघुन घुनघुन की

झुनझुन झुनझुन की ये पुकार

आग लगाती तन मन में

भँवरे, शोर न करना

नूर जहाँ:

किसने मुझे आ के जगाया

प्यार भरा गीत सुनाया

ये आया है कौन चमन में

भँवरे, शोर न करना