कितनी जवां है रात कोई याद आ गया - The Indic Lyrics Database

कितनी जवां है रात कोई याद आ गया

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - आजाद | वर्ष - 1955

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कितनी जवाँ है रात कोई याद आ गया
बढ़ने लगी है बात कोई याद आ गयाफिर आ गयी चमन में गुज़री हुई बहार
रहने लगा किसी का फिर दिल को इंतज़ार
अब होगी मुलाक़ात कोई याद आ गया
बढ़ने लगी है बात ...फिर याद आ रहें हैं गुज़रे हुए ज़माने
दिल गुनगुना रहा है भूले हुए तराने
तन्हाई और ये रात कोई याद आ गया
बढ़ने लगी है बात ...आँखों से नींद जाने उड़ कर कहाँ गई है
वो भी वहीं पे होंगे निन्दिया जहाँ गई है
शायद यही है बात कोई याद आ गया
बढ़ने लगी है बात ...