महबूबा महबूबा गुलाशन में गुल खिलाते हैं - The Indic Lyrics Database

महबूबा महबूबा गुलाशन में गुल खिलाते हैं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - आर डी बर्मन | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - शोले | वर्ष - 1975

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howlingओ
महबूबा महबूबा
howling
महबूबा महबूबा -२
howling
( गुलशन में गुल खिलते हैं
जब सहरा में मिलते हैं ) -२
मैं और तूमहबूबा महबूबा -२
howling
( गुलशन में गुल खिलते हैं
जब सहरा में मिलते हैं ) -२
मैं और तू( फूल बहारों से निकला
चाँद सितारों से निकला ) -२
दिन डूबा हाhowling
महबूबा महबूबा -२
howling
( गुलशन में गुल खिलते हैं
जब सहरा में मिलते हैं ) -२
मैं और तू( हुस्न-ओ-इश्क़ की राहों में
बाँहों में निगाहों में ) -२
दिल डूबा हाhowling
महबूबा महबूबा -२
howling
( गुलशन में गुल खिलते हैं
जब सहरा में मिलते हैं ) -२
मैं और तूमहबूबा महबूबा -४
howling