सजनवा प्रेम-कहानी - The Indic Lyrics Database

सजनवा प्रेम-कहानी

गीतकार - NA | गायक - मुकेश, शमशाद | संगीत - NA | फ़िल्म - ओ जानेवाले | वर्ष - 1948

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शबनम क्यूँ नीर बहाये

शबनम क्यूँ नीर बहाये

दुनिया सोये

और ये रोये जाये

शबनम क्यूँ नीर बहाये

जैसे निरधन के रोने पर

हँसते हैं धनवान

वैसे शबनम के रोने पर

कलियों की मुसकान

शबनम रोये

कलियों का मुँह धोये

अपनी जान गँवा कर पगली

जग में फूल खिलाये

शबनम क्यूँ नीर बहाये

मूरख हैं जो चार घड़ी के

जीवन पर इतराते हैं

हंसते फूलों को देखो जो

खिलते ही मुरझाते हैं

शबनम रोये

मूरख गाफ़िल सोये

रोरो के शबनम इस झूठे

जग का भेद बताये

शबनम क्यूँ नीर बहाये