बहारों से पुछो मेरे प्यार को तुम - The Indic Lyrics Database

बहारों से पुछो मेरे प्यार को तुम

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मुकेश, सुमन कल्याणपुर | संगीत - सरदार मलिक | फ़िल्म - मेरा घर मेरे बच्चे | वर्ष - 1960

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मु : बहारों से पूछो मेरे प्यार को तुम
तुम्हारे तराने हम गा रहे हैं
सु : नज़ारों से पूछो मेरे प्यार को तुम
तुम्हारे लिए हम जिए जा रहे हैं
नज़ारों से पूछो ...मु : अगर जान तुम हो तो हम भी तो दिल हैं
भरे हैं हज़ारों मुहब्बत के अरमां
सु : अगर तुम हो सागर तो मैं भी हूँ नदिया
हैं दोनों दिलों में मुहब्बत के तूफ़ां
मु : मेरे प्यार का तो किनारा नहीं है
तेरे प्यार में हम बहे जा रहे हैं
बहारों से पूछो ...मु : ये ऊदी घटाएँ मस्ती लुटाएँ
जैसे तुम्हारी शराबी निग़ाहें
सु : ये ठंडी हवाएँ भरती हैं आहें
समझो इन्हें तुम हमारी सदाएं
मु : फ़िज़ाओं में देखो बादल नहीं हैं
ये आँचल तुम्हारे ही लहरा रहे हैं
दो : बहारों से पूछो ...