मेरा परदेसी ना आया - The Indic Lyrics Database

मेरा परदेसी ना आया

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - मेरे हमसफ़र | वर्ष - 1970

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मेरा परदेसी ना आया,
सब के मन के मीत मिले हैं, बागों में फिर फूल खिले हैं
मेरा मन मुरझाया
सावन बरसा यूँ मन तरसा मैं जी भर के रोयी
जिसने देखा पागल समझा ये ना समझा कोई
याद में किस की जाने जुल्मी भूल गया बिरहन को
राह में जाने किस सौतन ने रोक लिया साजन को
सांझ सकारे ये कह कह के छेड़े दुनिया सारी
वो आती है वो जाती है एक बिरहा की मारी