कौन समझेगा किसे समझाऊँ दिल की बात - The Indic Lyrics Database

कौन समझेगा किसे समझाऊँ दिल की बात

गीतकार - नखशाबी | गायक - NA | संगीत - खुर्शीद अनवार | फ़िल्म - सिंगार | वर्ष - 1949

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किनारेकिनारे चले जायेंगे

किनारेकिनारे चले जायेंगे

जीवन कीइ नैया को खेते हुये खेते हुये

चले जायेंगे चले जायेंगे

किनारेकिनारे चले जायेंगे

मजबूत हैं दिल के अरमान जो

परवाह नहीं आये तूफ़ान जो

थपेड़ों से उठ के बचे जायेंगे

जीवन कीइ नैया को खेते हुये खेते हुये

चले जायेंगे चले जायेंगे

किनारेकिनारे चले जायेंगे

माना के क़िसमत के तक़रार है तक़रार है

खेवट के हाथों में पतवार है

माना के क़िसमत के तक़रार है

खेवट के हाथों में पतवार है

मंज़िल पे अपनी बढ़े जायेंगे

जीवन कीइ नैया को खेते हुये खेते हुये

चले जायेंगे चले जायेंगे

किनारेकिनारे चले जायेंगे

मंज़िल पे पहुँचे तो क़िस्मत हँसी

ले दुनिया की ख़ुशियाँ मोहब्बत हँसी

क़िस्मत हँसी

मोहब्बत हँसी

मंज़िल पे पहुँचे तो क़िस्मत हँसी

ले दुनिया की ख़ुशियाँ मोहब्बत हँसी

हँसायेंगे सबको हँसे जायेंगे

जीवन कीइ नैया को खेते हुये खेते हुये

चले जायेंगे चले जायेंगे

किनारेकिनारे चले जायेंगे

चले जायेंगे चले जायेंगे