रहना तो है तेरे ही संग रहना मगर मुमकिन नहीं - The Indic Lyrics Database

रहना तो है तेरे ही संग रहना मगर मुमकिन नहीं

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक, रूप कुमार राठौड | संगीत - हिमेश रेशमिया | फ़िल्म - तुम - एक खतरनाक जुनून | वर्ष - 2003

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अ : ( रहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहीं ) -२
ये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँकु : रहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहीं
ये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँरहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहींअ : आँखों में है इक दास्ताँ
ख़ामोश है मेरी ज़ुबाँ
कैसे तुझे समझाऊँ मैं
हालात की मजबूरियाँ
मैं इस तरह से ख़ुद को सज़ा दूँ
साँसों की जलती शमा मैं बुझा दूँये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँरहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहींकु : तूने मुझे धोखा दिया
कह ना सकूँ ऐसा किया
बिखरे सभी सपने मेरे
किस भूल का बदला लिया
टूटेगी मेरे अश्क़ों की लड़ियाँ
तड़पेगी तू भी गिन-गिन के घड़ियाँये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँरहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहींअ : ये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँरहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहींकु : रहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहीं
मुमक़िन नहीं -४( रहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहीं ) -२
ये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँरहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहीं
ये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँरहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहींक्यों हो गये ये फ़ासले
कैसे मिटीं नज़दीक़ियाँ
पीछे मेरे चलती रहीं
क्यों बेवफ़ा परछाईयाँ
बाँहों के घेरे सपने घनेरे
हैं अब पराये वो स्पर्श तेरेये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँ
रहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहींतूने मुझे धोखा दिया
कह ना सकूँ ऐसा किया
बिखरे सभी सपने मेरे
किस भूल का बदला लिया
टूटेगी मेरे अश्क़ों की लड़ियाँ
तड़पेगी तू भी गिन-गिन के घड़ियाँये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँरहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहीं
ये तिश्नगी दिल की मेरे
कैसे करूँ मैं बयाँ( रहना तो है तेरे ही संग
रहना मगर मुमक़िन नहीं ) -२
मुमक़िन नहीं -३