छी छी रोना काम है बच्चनों का - The Indic Lyrics Database

छी छी रोना काम है बच्चनों का

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - शमशाद बेगम, सुरैया | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - मोती महल | वर्ष - 1952

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छी छी
छी छी छी
छी छी
छी छी छी छी
रोना काम है बच्चों का
और हिम्मत के कच्चों का
क़दम बढ़ा के पीछे हटना
काम नहीं है सच्चों काछी छी
छी छी छी
रोना काम है बच्चों का
और हिम्मत के कच्चों का
क़दम बढ़ा के पीछे हटना
काम नहीं है सच्चों का( रोने से जग और रुलाये
झुकने से जग और झुकाये ) -२
हिम्मत वाले कब रुकते हैं
दुनिया काँटे लाख बिछायेछी छी
छी छी छी
रोना काम है बच्चों का
और हिम्मत के कच्चों का
क़दम बढ़ा के पीछे हटना
काम नहीं है सच्चों का( झूठ का दीप नहीं जल सकता
पाप कभी नहीं फल सकता ) -२
अन्यायी का ज़ोर किसी पे
रोज-रोज नहीं चल सकताछी छी
छी छी छी
रोना काम है बच्चों का
और हिम्मत के कच्चों का
क़दम बढ़ा के पीछे हटना
काम नहीं है सच्चों काये आँसू तूफ़ान बना ले तूफ़ान बना ले -२
इन आँखों में आग छुपा ले आग छुपा ले -२
तेरा सर बुलाये किसको -२
( अपनी बिगड़ी आप बना ले
आप बना ले ) -३रोना काम है बच्चों का
और हिम्मत के कच्चों का
क़दम बढ़ा के पीछे हटना
काम नहीं है सच्चों का( छी छी
छी छी छी
छी छी
छी छी छी छी ) -२