गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - दोस्ती दुश्मनी | वर्ष - 1986
View in Romanझटके पे झटका हाँ झटका
अरे झटके पे झटका
झटका झटका अरे झटका
दिल अटका मेरा दिल अटका
एक लड़की का एक लड़के से दिल अटका
हो गया हो गया हो गया आँख मटक्का
झटके पे झटका आँख मटक्का हो गया वायदा पक्का
झटके पे झटका ...टूट के मुझसे प्यार करोगे या बस बातें चार करोगे
कोरे कागज़ पे लिखवा लो नीचे दस्तखत करवा लो
अच्छा तू मुझसे लगा दो अपनी बाहों का हार पिन्हा दो
नौलक्खा नौलक्खा
झटका अरे झटके पे झटका ...लगता है ये साल बुरा है कुछ मत पूछो हाल बुरा है
कुछ कहना कुछ सुनना कैसा हाल हमारा एक जैसा
इस हालत में हम दोनों को इस चाहत ने हम दोनों को
नहीं कहीं का रक्खा
अरे झटका झटके पे झटका ...दिल का फूल कहां खिलता है प्यार नसीबों से मिलता है
किस्मत ताश के पत्ते बांटे पत्तों में से हमने छांटे
बेगम बादशाह इक्का
अरे झटका झटके पे झटका ...