उल्फत का अधूरा अफसाना कुछ भूल गे कुछ याद भी है - The Indic Lyrics Database

उल्फत का अधूरा अफसाना कुछ भूल गे कुछ याद भी है

गीतकार - सुरजीत सेठी | गायक - सुरैया | संगीत - एस मोहिंदर | फ़िल्म - निली | वर्ष - 1950

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उलफ़त का अधुरा अफ़साना कुछ भूल गये कुछ याद भी है
साहिल से लहर का टकराना कुछ भूल गये कुछ याद भी है
उलफ़त का अधुरा अफ़साना कुछ भूल गये कुछ याद भी हैतेरे अहद-ए-वफ़ा ने काम किया मेरा शौक़-ओ-जुनूँ बढ़ता ही गया -२
अफ़सोस बुलन्दी पर ला कर ख़ुद तूने हमको गिरा दिया
लिपटा के गले यूँ ठुकराना कुछ भूल गये कुछ याद भी हैउलफ़त का अधुरा अफ़साना कुछ भूल गये कुछ याद भी हैहम आग से खेले जल भी गये वो आँख चुरा कर चल भी दिये -२
हम उनको भुलायेंगे कैसे जो एक घड़ी में बदल भी गये
इक दर्द मिला है नज़राना कुछ भूल गये कुछ याद भी हैउलफ़त का अधुरा अफ़साना कुछ भूल गये कुछ याद भी है
साहिल से लहर का टकराना कुछ भूल गये कुछ याद भी है