सागर संग किनारे हैं - The Indic Lyrics Database

सागर संग किनारे हैं

गीतकार - इन्दीवर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - विजयपथ | वर्ष - 1994

View in Roman

सागर संग किनारे हैं फूलों संग बहारें हैं
ऐसे में तुम मेरे हो और हम तुम्हारे हैं
सागर संग किनारे हैं ...दिल जो हमारा था कल तक क्यूं वो किसी का होने लगा
उसके तसव्वुर में दिन रैन जब दिल मेरा खोने लगा
मेरी कसम है तुमको सनम दिल से जुदा न करना
हम तुम दोनों ऐसे रहेंगे जैसे चाँद तारे हैं
I promiseतुम मेरे हो हम तुम्हारे हैं
सागर संग किनारे हैं ...हम हैं तुम हो और ये देखो रंग बिरंगी वादी है
बारिश भी ठंडे मौसम में और भी आग लगाती है
डर लगता है इन बातों से कुछ दूरी ज़रूरी है
तन मन जब तक दोनों मिलें न प्यार की प्यास अधूरी है
प्यार की बाज़ी में रब जाने क्या जीते क्या हारे हैं
ओ जानम तुम मेरे हो हम तुम्हारे हैं
सागर संग किनारे हैं ...