ना जाना ऐ चंद छुप ना जाना: - The Indic Lyrics Database

ना जाना ऐ चंद छुप ना जाना:

गीतकार - पं. मधुर | गायक - कानन देवी | संगीत - कमल दासगुप्ता | फ़िल्म - जवाबी | वर्ष - 1942

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ना जाना
ऐ चाँद छूप ना जाना -२
जब तक मैं गीत गाउँ
ये साज़ ज़िन्दगी का जी भर मैं बजाउँ
ऐ चाँद छूप ना जाना -२( उड़ता हुआ ये पँछी
भूले से इधर आया ) -२
अँजान के इस घर को अपना है घर बनाया
ये चुप के नींद सोये -२
मैं ख्वाब बनके आउँ
ऐ चाँद छूप ना जाना -२कैसी अदा थी जिस पे आँखें हुइ दिवानी -२
ये दिल दिमाग़ दुनिया सब बन गये कहानी
इक रात का ये किस्सा -२
मैं उम्रभर सुनाउँ
ऐ चाँद छूप ना जाना -२ऐ सोनेवाले सोना जब तक जी छाहे सोना -२
कल दिन की रोशनी में इस रात का ग़म धोना
तैयार हो सफ़र को -२
तुझको मैं राह दिखाउँ
ऐ चाँद छूप न जाना
जब तक मैं गीत गाउँ
जी भर मैं बजाउँ
ऐ चाँद छूप न जाना