दिल बेक़रार सा है, हमको खुमार सा है - The Indic Lyrics Database

दिल बेक़रार सा है, हमको खुमार सा है

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - इशारा | वर्ष - 1964

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दिल बेक़रार सा है, हमको खुमार सा है
जब से तुम्हें देखा सनम
जब तक निगाहों से तेरी दिल की मुलाकातें ना थी
जीने को जीते थे मगर ये रंग ये बातें न थी
अब हमने जाना बात क्या है इन निगाहों की क़सम
जितने हुए हमसे ख़फ़ा उतने ही तुम प्यारे हुये
हम तो इसी अंदाज़ पर, बैठे हैं दिल हारे हुये
अब हमने जाना प्यार क्या है इन अदाओं की क़सम