सैयाँ ने उंगली मरोरी रे - The Indic Lyrics Database

सैयाँ ने उंगली मरोरी रे

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - राजकुमारी | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - परवाना | वर्ष - 1947

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सपेरा बीन बजायो रे तू तो म्हारे गली में आयो रे

सपेरा बीन बजायो रे तू तो म्हारे गली में आयो रे

मैं तो चलूँगीइ थारे साथ

अ: तीर तोरे नैनों का हुआ कलेजवा के पार

तीर तोरे नैनों का

गी: लगा रे तीर तोर नैनों का

लगा मन में तीर तोरे नैनों का

अ: ओ गोरी रे गोरी रे मोरे बाँध दे हाथ दोऊ राख से

मोरी काट दे नार गँडासे से

मैं तो छुप जाऊँ थारे साँचे से

मैं तो छुप जाऊँ छुप जाऊँ

मेरा जीना है दुशवार

तीर तोरे नैनों का हुआ कलेजवा के पार

गी: ओ तन का बाजे बाँसुरी रे

मोरे मन का बाजे साज़

साज़ मोरे मन का बाजे साज़

अ: तार न तोड़ इस तार के रे तेरी

भगवन राखे लाज

आज मोहे दीपक राग सुनायो रे

तू तो म्हारो गली में आयो रे

गी: मैं तो चलूँगी थारे साथ

अ: तीर तोरे नैनों का हुआ कलेजवा के पार