नाउम्मीद हो के भी दुनिया में जिये जाते हैं - The Indic Lyrics Database

नाउम्मीद हो के भी दुनिया में जिये जाते हैं

गीतकार - पी एल संतोषी | गायक - लता | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - संगीता | वर्ष - 1950

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नाउम्मीद हो के भी दुनिया में जिये जाते हैं
दिल टूट गया फिर भी हम प्यार किए जाते हैं
नाउम्मीद हो के भी
जिन आँखों में रहती थी एक प्यार भरी मस्ती
उन आँखों में आँसू हैं बरबाद हुई बस्ती
आँसू भी हम अपने रो रो के पिये जाते हैं
दिल टूट गया फिर भी
बेदर्द ज़माने ने रहने न दिया मिल के
सब टूट गए सपने अरमान भरे दिल के
रूठी हुई क़िस्मत से फ़रियाद किए जाते हैं
दिल टूट गया फिर भी हम प्यार किए जाते हैं
नाउम्मीद हो के भी दुनिया में जिये जाते हैं
दिल टूट गया फिर भी हम प्यार किए जाते हैं
नाउम्मीद हो के भी