फिर वो भूली सी याद आई है - The Indic Lyrics Database

फिर वो भूली सी याद आई है

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - सपन जगमोहन | फ़िल्म - बेगाना | वर्ष - 1963

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कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीमकश को
कोई मेरे दिल से पूछे
ये ख़लिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता
फिर वो भूली सी याद आई है
ऐ ग़म-ए-दिल तेरी दुहाई है
बात इतनी सी है कहानी में
हम भी मारे गए जवानी में
आग सीने में खुद लगाई है
आके मंज़िल पे खो गए हम तुम
अजनबी फिर से हो गए हम तुम
ये असीरी है या रिहाई है
आँख में बूँद भर जो पानी है
प्यार की एक यही निशानी है
रोते बीती है जो बिताई है