कौन जीवन में मेरे समाये जा रहा है - The Indic Lyrics Database

कौन जीवन में मेरे समाये जा रहा है

गीतकार - NA | गायक - ज़ोहरा बाई | संगीत - NA | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1945

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किधर है तू ऐ मेरी तमन्ना

किधर है तू ऐ मेरी तमन्ना

चिराग अभी था मेरे जला जा

मेरे अंधेरे की रोशनी बन

इस उजड़ी मन्दिर में मेरी आजा

मेरे गुलिस्ताँ के लालाओगुल

गये हैं मुद्दते गुलुफ़तना

ओ मेरे गुल्शन में मेरी देवी

फिर आके इक बार मुस्कुरा जा

हवा रुकी है इसे तलक़ दे

बुझे हैं शोले इन्हें लपक दे

खिज़ा के देखेनियां छिड़क दे

इक आगसी हर तरफ़ लगा जा

किधर है तू ऐ मेरी तमन्ना