हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी - The Indic Lyrics Database

हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी

गीतकार - निदा फाजली | गायक - लता मंगेशकर - जगजित सिंग | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - सजदा | वर्ष - 1991

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हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी
फिर भी तनहाइयों का शिकार आदमी
सुबह से शाम तक बोझ ढोता हुआ
अपनी ही लाश का ख़ुद मज़ार आदमी
हर तरफ़ भागते दौड़ते रास्ते
हर तरफ़ आदमी का शिकार आदमी
रोज़ जीता हुआ रोज़ मरता हुआ
हर नये दिन नया इंतज़ार आदमी
ज़िन्दगी का मुकद्दर सफ़र दर सफ़र
आख़री साँस तक बेक़रार आदमी