बंधन खुला पंछी उदास - The Indic Lyrics Database

बंधन खुला पंछी उदास

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - युगपुरुष | वर्ष - 1998

View in Roman

बंधन खुला पंछी उड़ा आगे सुनो अजी फिर क्या हुआफिर यूं हुआ छूटी जाल से प्यासी हिरनिया मिली ताल से
ऐसे धुला मेरा गोरा बदन चारों तरफ़ खिला फूलों का वन
ना जानूं क्या गाए जिया आगे सुनो अजी फिर क्या हुआ
बंधन खुला पंछी उड़ा ...छुप छुप के वो जो है देखता इन्सान नहीं वो है देवता
रहना गवाह तुम खिलती कली मुद्दत के बाद मैं खुल के हँसी
जैसे किसी ने छू लिया आगे सुनो अजी फिर क्या हुआ
बंधन खुला पंछी उड़ा ...