आले आले आले मचल जाने का दिन हैं - The Indic Lyrics Database

आले आले आले मचल जाने का दिन हैं

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - सुखविंदर सिंह, शान | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - वन टू का फोर | वर्ष - 2001

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अले अले अल्ले -४
लपू-लपू झन्ना बाजे रे जमूरा
चलो-चलो नचें सकुरा-सकूरा
अले अले अल्ले अले अले अल्ले अले अले अल्ले अले अले अल्लेमचल जाने का दिन है फिसल जाने का दिन हैके मस्ती में बहुत आगे निकल जाने का दिन हैमचल जाने का दिन है फिसल जाने का दिन है
के मस्ती में बहुत आगे निकल जाने का दिन हैइ
अले अले अल्ले -४तेरा जनम-दिन और सारा ये जहाँजहाँ देखिये है गज़ब का समाँदिल कहे मेरा मेरी उमर भी तुम लेके जियो मेरे यारख़ुश मैं भी हूँ पर सुन मेरे यारमेरे जीने में है तेरे दम से बहारख़ुश मैं भी हूँ पर सुन मेरे यार
मेरे जीने में है तेरे दम से बहारमेरी नज़रों में तो है छाया हुआ तेरि दोस्ती का खुमारमचल जाने का दिन है फिसल जाने का दिन है
के मस्ती में बहुत आगे निकल जाने का दिन हैइ
हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हुमैं तेरे बिन रह ना पाऊँ तू मेरे बिन रह ना पायेफिर मेरे ही अपनों से क्यूँ घबरायेदोस्ती तो है जान से प्यारीपर मिया तेरी फ़ौज़ है भारीअब ना रुके छुक-चूक रेल चलो bombayये हाल है देखो शक़ल मेरीबड़ी ख़तरनाक रेलगाड़ी है तेरीइस गाड़ी के संग निकल चलें इन बादलों के पारअले अले अल्ले -४पास-दूर देखूँ जो कहीं सेआज मेरी दुनिया है वहीं सेनन्हे-मुन्ने इन फूलों से गुलज़ारआज ये तेरे जल्वे सारे लग रहे हैं मुझको भी प्यारेअब ना रुके छुक-चूक रेल चलो bombayयही नन्हे-मुन्ने और यारा तेरा संगइसी रंग से है मेरी ज़िंदगी में रंगयही प्यारी-प्यारी सारी बातें तेरीमुझे याद रहेँगी मेरे यारअले अले अल्ले -४( मचल जाने का दिन है फिसल जाने का दिन है
के मस्ती में बहुत आगे निकल जाने का दिन है ) -२