ना जा ना जा बलम - The Indic Lyrics Database

ना जा ना जा बलम

गीतकार - सरदार जाफरी, प्रेम धवन | गायक - लता, बलराज साहनी, महिला स्वर | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - परदेसी | वर्ष - 1957

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ठे फ़िल्म इस अबोउत अ ड़ुस्सिअन त्रवेलेर व्हो विसितेद ईन्दिअ अरोउन्द
ता ता दीम, ता ना धी ता ना,
नी धी ता नी तूम ता धा नी,
ता ना धी ता ना
ये है लक्ष्मी, बीदर की राजनर्तकी,
इन प्राचीन चित्रों से नृत्यकला सीखने आई है
ये तुम से कह रही है
लो प्रणाम मेरा परदेसी, कौन देस से आये तुम
रंग तुम्हारा ऐसा गोरा, जैसे हों हंसन के पँख
नैन तुम्हारे ऐसे नीले, ज्यूँ गहरे सागर का रंग
जब आओ नगर हमारे, रखना याद, रखना याद
मेरे घर के दर और द्वार, खुले रहेंगे तेरी ख़ातिर
जैसे सुंदर नैन बिरहन के, देखें सदा पिया की बाट
सजन सकारे जायेंगे, नैन मरेंगे रोय
ओ विधना ऐसी करो, के भोर कबहुँ न होय
ना दिर दीम, ता ना देरे ना
ना जा ना जा बलम, बलम मेरे ना,
ना दिर दीम, ता ना देरे ना
(तेरी आग लगा ली, तन में पिया
तेरी सेज सजा ली, मैंने मन में पिया)
तेरे नैन बसे नैनन में पिया
कहीं तू ही मुझे नयन फेरे ना
ना दिर दीम, ता ना देरे ना
(तीखी कजरे की धार पिया तेरे लिये
मेरे सोलह सिंगार पिया तेरे लिये)
बाजे मन का सितार बाजे मन का सितार पिया तेरे लिये
हुए फिर भी तो हम, बलम तेरे ना
ना दिर दीम, ता ना देरे ना
ना जा ना जा बलम, बलम मेरे ना,
ना दिर दीम, ता ना देरे ना
उत हे दोएस वल्क अवय. ःइस हेअर्त इस एल्सेव्हेरे.