सोनावा के पिंजारा में बैंड भाईली - The Indic Lyrics Database

सोनावा के पिंजारा में बैंड भाईली

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - गंगा मैया तोहे पियरी चढईबो (भोजपुरी-फिल्म) | वर्ष - 1962

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सोनवा के पिंजरा में बंद भईल हाय राम
चिरई के जियरा उदास
टूट गईल डालियाँ छितर गईल छोटबा
छूट गईल नील रे आकाश
सोनवा के पिंजरा मां ...छल-छल नैंना निहारे चुपके रही
चलली बिदेसवा रे मईया के दुआर -२
आँसुओं के मोतियाँ निसानी मोरे बाबुला -२
धारी गईनी हमको रे पार
सोनवा के पिंजरा मां ...छल-छल रह गईली संग कि सहेलियाँ
ले गई बाँध के निठुर रे बहेलिया -२
मोरे मन मितवा भुला दे अब हमरा के -२
छोड़ दे मिलन की तू आस
सोनवा के पिंजरा मां ...